श्रीमद भगवद गीता (संस्कृत मूल एवं हिंदी -अंग्रेजी अनुवाद ) | Srimad Bhagavad Gita (sanskrit mul and hindi English translation)
- श्रेणी: धार्मिक / Religious साहित्य / Literature हिंदू - Hinduism
- लेखक: अशोक कौशिक - Ashok Kaushik
- पृष्ठ : 428
- साइज: 51 MB
- वर्ष: 1993
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दो शब्द :
इस पाठ में "श्रीमद भगवद गीता" का संदर्भ दिया गया है, जिसमें कुरुक्षेत्र के युद्ध के समय की स्थिति का वर्णन है। धृतराष्ट्र संजय से पूछते हैं कि उनके पुत्र और पांडवों के पुत्रों ने युद्धभूमि पर क्या किया। पाठ में अर्जुन की मानसिक स्थिति का भी उल्लेख है, जहाँ वह युद्ध के प्रति अपने संदेह और भय का अनुभव कर रहा है। वह अपने धनुष "गांडीव" को पकड़ने में असमर्थ होता है और उसकी स्थिति इतनी खराब होती है कि उसे खड़ा होना भी कठिन लगने लगता है। यह पाठ भगवद गीता के आरंभिक संवाद का हिस्सा है, जो युद्ध, धर्म और नैतिकता के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करता है। अर्जुन की दुविधा और संकल्प की प्रक्रिया का यह वर्णन गीता के गहन दार्शनिक संदेश को प्रस्तुत करता है।
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