मनुस्मृति | Manu Smriti
- श्रेणी: ज्योतिष / Astrology धार्मिक / Religious भारत / India वेद /ved हिंदू - Hinduism
- लेखक: पं. तुलसीराम स्वासिना - Pt. Tulsiram Swasina
- पृष्ठ : 684
- साइज: 20 MB
- वर्ष: 1111
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दो शब्द :
यह पाठ मनुस्मृति का भाषानुवाद है, जिसमें मनु के विचार और उनके द्वारा रचित शास्त्र का सारांश प्रस्तुत किया गया है। इसमें विविध विषयों का उल्लेख किया गया है, जैसे कि सृष्टि की उत्पत्ति, मानव जीवन के चार वर्णों की व्याख्या, संस्कारों का महत्व, धर्म के नियम, विवाह एवं अन्य सामाजिक व्यवहार। मनु के उत्तरों के माध्यम से ऋषियों और अन्य धार्मिक व्यक्तियों के ज्ञान का भी वर्णन किया गया है। पाठ में मनु के विचारों के अनुसार, जीवन के विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए धर्म की व्याख्या की गई है, जिसमें न्याय, यज्ञ, वेदांत, और विभिन्न संस्कारों का महत्व समझाया गया है। प्रमुख बिंदुओं में सृष्टि के प्रारंभ की चर्चा, चार वर्णों की उत्पत्ति, वेदों का महत्व, संस्कारों की आवश्यकता, और सामाजिक एवं धार्मिक आचार-व्यवहार के नियम शामिल हैं। मनु के अनुसार, व्यक्ति का धर्म उसके वर्ण और आश्रम के अनुसार निर्धारित होता है, और शिक्षा और ज्ञान का महत्व भी स्पष्ट रूप से वर्णित है। इस प्रकार, यह पाठ भारतीय संस्कृति और धार्मिक विचारों की गहराई को समझने में मदद करता है।
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