क़ुरान | Quraan Hindi Translation

By: अज्ञात - Unknown
 क़ुरान  | Quraan Hindi Translation by


दो शब्द :

इस पाठ में ईश्वर की महिमा, उसके द्वारा बनाई गई दुनिया, और कियामत (आखिरत) के दिन की घटनाओं का उल्लेख है। यह पाठ अल्लाह के नाम से शुरू होता है, जो दयालु और रहम करने वाला है। इसमें वर्णित है कि लोग एक महत्वपूर्ण समाचार के बारे में आपस में चर्चा कर रहे हैं, जो कि कियामत के दिन के बारे में है। पाठ में इस बात का उल्लेख है कि लोग जल्द ही इस सत्य को जान जाएंगे। इसके बाद, यह बताया गया है कि अल्लाह ने धरती, पहाड़ों, रात और दिन को किस प्रकार बनाया है। वह बताता है कि कैसे उसने जीवन के लिए आवश्यक चीजें प्रदान की हैं, जैसे पानी और अनाज। पाठ में कियामत के दिन के बारे में भी वर्णन है, जब लोग अपने कर्मों का हिसाब देंगे और दोज़ख (नरक) और जन्नत (स्वर्ग) का सामना करेंगे। कियामत के दिन, जब सूर फूंकने पर सभी लोग एकत्र होंगे, तब लोगों के दिल भय से धड़केंगे। पाठ यह भी बताता है कि काफिरों को उनके किए गए कर्मों का फल मिलेगा, जबकि परहेज़गारों के लिए स्वर्ग का इनाम होगा। इसके अतिरिक्त, मूसा की कहानी का उल्लेख है, जिसमें बताया गया है कि कैसे मूसा ने फिरऔन को अल्लाह का संदेश दिया और फिरऔन ने उसे झुठलाया। पाठ में यह भी बताया गया है कि अल्लाह ने समस्त सृष्टि को कैसे बनाया और किस प्रकार सब कुछ उसके नियंत्रण में है। अंत में, पाठ लोगों को चेतावनी देता है कि वे अपने कर्मों का ध्यान रखें और अल्लाह के प्रति सच्चे रहें, क्योंकि कियामत का दिन अवश्य आएगा। यह पाठ अल्लाह की अद्भुत कृतियों, कियामत के दिन की घटनाओं, और मानव के कर्मों के फल के बारे में गहन विचार प्रस्तुत करता है।


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