भावप्रकाश निघण्टु | Bhav Prakash nighantu
- श्रेणी: Ayurveda | आयुर्वेद
- लेखक: खेमराज श्रीकृष्णदास - Khemraj Shrikrashnadas
- पृष्ठ : 244
- साइज: 10 MB
- वर्ष: 1939
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दो शब्द :
इस पाठ में विभिन्न आयुर्वेदिक ग्रंथों और चिकित्सा संबंधी पुस्तकों का उल्लेख किया गया है। इनमें से कुछ प्रमुख ग्रंथ जैसे कि "खरकसंहिता", "बृहनिवृत्तुर्नाक", और "त्रिशती" के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। ये ग्रंथ विभिन्न प्रकार की औषधियों, उनके गुणों, और चिकित्सा पद्धतियों का वर्णन करते हैं। लेखक ने यह भी बताया है कि आयुर्वेदिक चिकित्सा में जटिलताएँ और कठिनाइयाँ बढ़ गई हैं, जैसे कि औषधियों के विभिन्न नाम और उनके उपयोग में भ्रम। इससे साधारण जन और चिकित्सकों दोनों को समस्या होती है। लेखक ने इस मुद्दे का समाधान करने के लिए एक पुस्तक तैयार की है जिसमें औषधियों के विभिन्न नाम और उनके उपयोगों का विस्तृत वर्णन है। इस पुस्तक की विशेषता यह है कि इसमें विभिन्न भाषाओं में औषधियों के नाम दिए गए हैं, जिससे पाठक को समझने में आसानी होगी। इसके अलावा, पुस्तक में औषधियों की विशेषताएँ और उनके उपयोग के तरीके भी शामिल किए गए हैं, जिससे आयुर्वेद के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और चिकित्सा को सरल बनाया जा सकेगा। आखिर में, लेखक ने इस पुस्तक के प्रचार और आयुर्वेदिक विद्यार्थियों के बीच इसके अध्ययन को बढ़ावा देने का आग्रह किया है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस ज्ञान का लाभ उठा सकें।
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