अंक विद्या (ज्योतिष) | Ank Vidya (Jyotish)
- श्रेणी: ज्योतिष / Astrology विज्ञान / Science
- लेखक: गोपेश कुमार ओझा - Gopesh Kumar Ojha
- पृष्ठ : 186
- साइज: 6 MB
- वर्ष: 1955
-
-
Share Now:
दो शब्द :
इस पाठ का मुख्य विषय ज्योतिष और अंक-विद्या है। लेखक पण्डित गोपेश कुमार श्रोक्ा ने ज्योतिष के विभिन्न पहलुओं को समझाने की कोशिश की है। वे बताते हैं कि ज्योतिष एक गहरा और विस्तृत विज्ञान है, जिसमें जन्म कुंडली, ग्रहों की स्थिति, और अन्य कई तत्वों का समावेश होता है। सही जन्म समय, स्थान और अन्य आंकड़ों के ज्ञान से भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। लेखक ने यह भी उल्लेख किया है कि ज्योतिष का अध्ययन एक कठिन प्रक्रिया है, जो गहराई और परिश्रम की मांग करती है। इसके साथ ही, उन्होंने अंक-विद्या के महत्व पर भी जोर दिया है, जिसमें जन्म तिथि और नाम के आधार पर व्यक्ति के भविष्य को समझने का प्रयास किया जाता है। पुस्तक में विभिन्न अध्यायों के माध्यम से अंक-विद्या के रहस्यों, संख्या के महत्व, और जीवन में उनकी भूमिका को उजागर किया गया है। इसके अतिरिक्त, लेखक ने विभिन्न धार्मिक और पौराणिक संदर्भों का भी उल्लेख किया है, जो अंक-विद्या के सिद्धांतों को समझने में मदद करते हैं। अंत में, लेखक ने पाठकों को प्रोत्साहित किया है कि वे अंक-विद्या को गहराई से अध्ययन करें, क्योंकि इससे वे अपने और दूसरों के भविष्य के बारे में काफी कुछ जान सकते हैं।
Please share your views, complaints, requests, or suggestions in the comment box below.