योग के चमत्कार | Yoga ke chamatkar

By: रामनाथ सुमन - Ramnath Suman
योग के चमत्कार | Yoga ke chamatkar by


दो शब्द :

इस पाठ का सारांश इस प्रकार है: लेखक ने योग की अद्भुत शक्तियों और चमत्कारों का वर्णन किया है। उन्होंने बताया है कि मनुष्य में असीम संभावनाएं और शक्तियाँ छिपी हुई हैं, जिनका हमें स्वयं भी ज्ञान नहीं होता। यह अज्ञान और मोह हमें छोटी-छोटी बातों पर निर्भर बना देता है। अगर हम साधना के द्वारा अपनी छिपी शक्तियों को जाग्रत कर लें, तो हम किसी भी कार्य को सरलता से कर सकते हैं। भारतीय योग ने इस दिशा में बड़ी सफलता प्राप्त की है, लेकिन आज के युग में लोगों में अंधविश्वास और आत्मविश्वास की कमी है। पश्चिमी सभ्यता ने हमें सुविधाएं तो दी हैं, लेकिन हमारी आत्मा की शक्ति को कमजोर कर दिया है। गाँधी जी जैसे महान व्यक्तियों ने हमें अपनी आत्मा की ओर देखने की प्रेरणा दी है। योग की अद्भुत शक्तियों को सुनकर हम अविश्वास करते हैं, लेकिन यह तथ्य है कि ये चमत्कार वैज्ञानिक नहीं हैं। योग का उद्देश्य आत्मदर्शन और मोक्ष है, न कि चमत्कारों की प्राप्ति। हालांकि, साधारण लोगों में चमत्कारों की चर्चा से आध्यात्मिकता के प्रति रुचि उत्पन्न होती है। लेखक ने इस पुस्तक में कई योगियों और उनके अनुभवों का वर्णन किया है, जो चमत्कारिक शक्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं। लेखक ने यह भी कहा है कि योग का उद्देश्य सिद्धियों की प्राप्ति नहीं है, बल्कि आत्मा का ज्ञान और मोक्ष है। उन्होंने इस पुस्तक की सामग्री को विभिन्न स्रोतों से संकलित किया है और आगे भी योग साधना पर और अधिक जानकारी देने की योजना बनाई है। पाठ का मुख्य संदेश यह है कि योग और साधना के माध्यम से हम अपनी छिपी शक्तियों को जाग्रत कर सकते हैं और आत्मा के सच्चे ज्ञान की ओर अग्रसर हो सकते हैं।


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