अपराधशास्त्र | CRIMNOLOGY
- श्रेणी: Crime,Law and Governance | अपराध ,कानून और शासन
- लेखक: राम आहूजा - Ram Ahuja
- पृष्ठ : 349
- साइज: 14 MB
- वर्ष: 1962
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दो शब्द :
यह पाठ "अपराधशास्त्र" पर आधारित है, जिसमें अपराध और अपराधियों के अध्ययन के विभिन्न पहलुओं का वर्णन किया गया है। लेखक डॉ. राम आहूजा ने इस पुस्तक में अपराधशास्त्र की परिभाषा, इसके उद्देश्यों, सिद्धांतों और संबंधित विषयों की समीक्षा की है। पुस्तक में पहले अध्याय में 'तृतीय अपराधशास्त्र' की नई विचारधारा का विश्लेषण किया गया है। दूसरे अध्याय में अपराध के कारणों से संबंधित सिद्धांतों का पुनः परीक्षण किया गया है, जिसमें विभिन्न सिद्धांतों का विश्लेषण किया गया है। तीसरे और चौथे अध्याय में दंड व्यवस्था और दंड के प्रयोजनों पर चर्चा की गई है। इसके अलावा, जेल प्रणाली, सुधारात्मक उपाय, परिवीक्षा सेवाएं, बाल अपराध, संगठित अपराध, और पेशेवर अपराधियों पर भी विस्तृत जानकारी दी गई है। लेखक ने यह भी बताया है कि अपराधशास्त्र का अध्ययन केवल कानून से संबंधित नहीं है, बल्कि यह समाजशास्त्र, मनोविज्ञान, राजनीति, और अन्य क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण है। अपराधशास्त्र के अध्ययन का उद्देश्य न केवल अपराधियों को दंडित करना है, बल्कि उन्हें सुधारना और समाज में पुनः स्थापित करना भी है। इस प्रकार, यह पुस्तक अपराधशास्त्र के विभिन्न पहलुओं पर एक संपूर्ण दृष्टिकोण प्रदान करती है, जो भारतीय विश्वविद्यालयों में अध्ययन के लिए उपयोगी सिद्ध होगी।
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