खाद्य पदार्थो का योग्य अयोग्य मेल सूचक अर्थशास्त्र | Khadhya Padartho Ka Yogay Ayogya Mail Suchak Aharshastra
- श्रेणी: Ayurveda | आयुर्वेद रोग / disease
- लेखक: जयनारायण - Jai Narayan
- पृष्ठ : 58
- साइज: 2 MB
- वर्ष: 1973
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दो शब्द :
इस पाठ का सारांश इस प्रकार है: पुस्तक "निसर्गोपचार" के प्रकाशक सत्यतारायण भूत्त ने इस दिशा में अपने अनुभव और इच्छाओं का उल्लेख किया है कि प्राकृतिक चिकित्सा के महत्व को समझाने के लिए मराठी और हिंदी में सामग्री उपलब्ध कराई जाए। लेखक डॉ. जयनारायण जायस्वाल ने अपने जीवन के अनुभवों को साझा किया है, जिसमें उन्होंने प्राकृतिक चिकित्सा को अपनाने के अपने सफर के बारे में बताया है, जब उनकी माता को टीबी जैसी गंभीर बीमारी हुई थी। पुस्तक में पोषण के विज्ञान पर जोर दिया गया है, जिसमें खाद्य तत्वों का सही मेल और उनके स्वास्थ्य पर प्रभाव की चर्चा की गई है। लेखक ने बताया है कि भोजन का सही मेल कैसे शरीर के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए, ठोस और तरल खाद्य पदार्थों का संयोजन कैसे पाचन में कठिनाई पैदा कर सकता है। पोषण चक्र और खाद्य तत्वों की आवश्यकता पर चर्चा करते हुए, लेखक ने यह बताया है कि कैसे विभिन्न खाद्य पदार्थों में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, और विटामिन्स की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, लवणों की भूमिका और उनके स्रोतों पर भी प्रकाश डाला गया है। लेखक ने यह भी बताया है कि पाचन प्रक्रिया में मानसिक स्वास्थ्य का कितना महत्वपूर्ण योगदान होता है, और कैसे तनाव और चिंता पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकते हैं। इस प्रकार, पाठ में प्राकृतिक चिकित्सा, पोषण विज्ञान, और मानसिक स्वास्थ्य के बीच के संबंधों की विस्तृत जानकारी दी गई है, जिससे पाठक अपने जीवन में प्राकृतिक चिकित्सा के सिद्धांतों को लागू कर सकते हैं।
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