स्वास्त्य रक्षा | Swastya Raksha

By: बाबू हरिदास वैध - Babu Haridas Vaidhya


दो शब्द :

इस पाठ का मुख्य विषय "स्वास्थ्यरक्षा" नामक पुस्तक है, जिसे बाबू हरिदास वेद्य द्वारा लिखा गया है। यह पुस्तक आयुर्वेदिक चिकित्सा के सिद्धांतों पर आधारित है और इसमें स्वास्थ्य संबंधी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ और नुस्खे दिए गए हैं। लेखक ने बताया है कि आजकल कई लोग प्रसिद्ध औषधियों की नकल करके धोखाधड़ी कर रहे हैं, इसलिए असली "स्वास्थ्यरक्षा" पुस्तक खरीदने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी चाहिए जैसे लेखक का नाम, उनका फोटो और संस्करण की संख्या। लेखक ने अपनी कंपनी के बारे में भी जानकारी दी है, जिसमें उन्होंने बताया है कि वह मथुरा में अपनी ज़िंदगी के अंतिम दिनों को बिताने का इरादा रखते हैं। उनके परिवार में केवल दो बेटियाँ और एक पोता है, जो उनकी सम्पत्ति का उत्तराधिकारी होगा। इसके अलावा, पाठ में बताया गया है कि पुस्तक ने पिछले बीस वर्षों में 30,000 से अधिक प्रतियाँ बेची हैं और इसे विभिन्न लोगों द्वारा सराहा गया है। पुस्तक में दिए गए नुस्खे और उपाय पाठकों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित हुए हैं, और लेखक ने यह भी कहा कि इस पुस्तक का प्रचार भारत में अधिक से अधिक होना चाहिए ताकि लोग अंग्रेजी चिकित्सा से दूर होकर भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को अपनाएँ। इस प्रकार, "स्वास्थ्यरक्षा" न केवल एक चिकित्सा पुस्तक है, बल्कि इसे भारतीय चिकित्सा के प्रचार-प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम भी माना गया है।


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