संत कबीर | Sant Kabir
- श्रेणी: ज्ञान विधा / gyan vidhya दार्शनिक, तत्त्वज्ञान और नीति | Philosophy धार्मिक / Religious
- लेखक: कबीरदास - Kabirdas
- पृष्ठ : 385
- साइज: 9 MB
-
-
Share Now:
दो शब्द :
इस पाठ में तकनीकी और वैज्ञानिक विकास के प्रभावों पर चर्चा की गई है। यह बताया गया है कि कैसे नवीनतम तकनीकी आविष्कारों ने मानव जीवन को सुगम और सरल बनाया है। इसके साथ ही, यह भी रेखांकित किया गया है कि इन विकासों के साथ-साथ कुछ चुनौतियाँ भी उत्पन्न हुई हैं, जैसे कि पर्यावरणीय समस्याएँ और सामाजिक असमानताएँ। पाठ में यह बताया गया है कि परिवर्तन के इस युग में शिक्षा और ज्ञान का महत्व बढ़ गया है। नए उपकरणों और तकनीकों के माध्यम से लोगों को अधिक अवसर और जानकारी प्राप्त हो रही है। हालाँकि, यह भी आवश्यक है कि समाज इन तकनीकी परिवर्तनों का सही उपयोग करे ताकि सभी वर्गों के लोगों को लाभ मिले। इस संदर्भ में, पाठ में यह सुझाव दिया गया है कि हमें तकनीकी प्रगति के साथ-साथ नैतिकता और सामाजिक जिम्मेदारी को भी ध्यान में रखना चाहिए। इस तरह, हम एक बेहतर और समावेशी समाज की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। पाठ का सार यह है कि तकनीकी विकास के साथ-साथ हमें उसके प्रभावों को समझते हुए जिम्मेदारी से आगे बढ़ना चाहिए।
Please share your views, complaints, requests, or suggestions in the comment box below.