गणेश पुराण- एक अध्ययन | Ganesh Puran - Ek Adhyayan

By: कु. विनीता पटेल - Vinita Patel
गणेश पुराण- एक अध्ययन | Ganesh Puran - Ek Adhyayan by


दो शब्द :

यह पाठ बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी के अंतर्गत संस्कृत विषय में पी-एच. डी. उपाधि के लिए प्रस्तुत शोध प्रबंध "गणेश पुराण-एक अध्ययन" का विवरण प्रस्तुत करता है। लेखिका कु. विनीता पटेल ने इस शोध कार्य को डॉ. टी. आर. निरञ्जन के निर्देशन में पूरा किया है। शोध का मुख्य उद्देश्य गणेश पुराण के विषय में प्रचलित मान्यताओं का निराकरण करना और इसके शुद्ध एवं उपयोगी स्वरूप को समझना है। शोध में गणेश जी की पूजा, उनके महत्व, गाणपत्य सम्प्रदाय, तथा गणेश पुराण की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि का अध्ययन किया गया है। इसे पाँच अध्यायों में विभाजित किया गया है, जिसमें पहले अध्याय में गणेश की उत्पत्ति और पुराणों का महत्व, दूसरे में गाणपत्य सम्प्रदाय का विकास, तीसरे में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन, चौथे में धार्मिक तत्व और दर्शन, तथा पाँचवे में गणेश की मूर्तियों और उनके स्वरूप की चर्चा की गई है। इस शोध प्रबंध में लेखक ने विभिन्न साहित्यिक और ऐतिहासिक साक्ष्यों का उपयोग किया है और पुराणों के ज्ञान को व्यापक रूप से प्रस्तुत किया है। अंत में, लेखिका ने अपने गुरु, परिजनों, और मित्रों के सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने इस शोध कार्य को संपन्न करने में उनकी सहायता की।


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