आल्हा खण्ड | Aalha Khand

By: ललिता प्रसाद मिश्र - Lalita Prasad Mishr
आल्हा खण्ड | Aalha Khand by


दो शब्द :

इस पाठ में महाभारत के युद्ध के बाद की घटनाओं और भारतीय इतिहास के कुछ महत्वपूर्ण पात्रों का उल्लेख किया गया है। पाण्डवों ने भगवान श्रीकृष्ण से प्रार्थना की कि वे पुनः युद्ध करने की इच्छा रखते हैं, जिसके फलस्वरूप उन्हें कलियुग में पुनर्जन्म लेने का आश्वासन दिया गया। इस अवधि में विभिन्न पात्रों का अवतार हुआ, जैसे युधिष्ठिर, भीम, नकुल, और सहदेव, जिनका संबंध महाभारत के वीरों से था। इसके बाद, महोबा के राजा परिमाल का इतिहास प्रस्तुत किया गया है। राजा परिमाल एक महान योद्धा थे जिन्होंने कई युद्ध किए और अपनी विजय से प्रसिद्धि प्राप्त की। उन्होंने रानी मल्हना से विवाह किया और महोबा पर अधिकार किया। पाठ में राजा परिमाल के अन्य युद्धों और उनके वंशजों का भी वर्णन है, जिसमें राजा वासुदेव के साथ उनका संघर्ष शामिल है। पाठ में दो भाइयों, दस्सराज और बच्छुराज की कथा भी है, जो अपने साहस और पराक्रम के लिए प्रसिद्ध हुए। इन दोनों ने एक-दूसरे के प्रति गहरी मित्रता का परिचय दिया और अंत में राजा परिमाल के दरबार में स्थान प्राप्त किया। आखिर में, आह्हा नामक एक वीर का जिक्र है, जिसने अनेक युद्धों में विजय प्राप्त की और देवी के आशीर्वाद से अमरता का वरदान प्राप्त किया। पाठ में कई ऐतिहासिक और पौराणिक तत्वों का समावेश है जो भारतीय संस्कृति और परंपरा के वीरता और साहस को दर्शाते हैं।


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