तिल्कर रुसुल ३ | Tilkar Rusul part 3

By: अज्ञात - Unknown
तिल्कर रुसुल ३ | Tilkar Rusul part 3 by


दो शब्द :

इस पाठ में अल्लाह की ओर से भेजे गए रसूलों का उल्लेख है, जिनमें से कुछ को विशेष महत्व और विशेषताएँ दी गई हैं। अल्लाह ने अपने रसूलों को कई ज्ञान और चमत्कार दिए हैं, और लोगों के बीच हुए मतभेदों का कारण उनकी स्वतंत्र इच्छा है। ईमानवालों को अल्लाह की राह में खर्च करने की प्रेरणा दी गई है, और उन्हें बताया गया है कि दिन के आने पर कोई खरीददारी या दोस्ती नहीं होगी। पाठ में अल्लाह की अनंत शक्ति और उसके सभी जीवों पर नियंत्रण का वर्णन किया गया है। ईमान और कुفر के बीच की स्पष्टता को दर्शाते हुए कहा गया है कि धर्म में कोई जबरदस्ती नहीं है और जो लोग अल्लाह की राह में खर्च करते हैं, उनके लिए बड़ा पुरस्कार है। साथ ही, उन लोगों की मिसालें दी गई हैं जो भलाई और बुराई के बीच के चुनाव में रहते हैं। इब्राहीम का उदाहरण देते हुए, पाठ में यह बताया गया है कि अल्लाह की शक्ति के सामने किसी का भी तर्क कैसे विफल हो सकता है। इसके अलावा, ईमानवालों को सदका देने के लिए प्रेरित किया गया है, और यह बताया गया है कि अगर वे सदका छिपाकर देते हैं, तो यह उनके लिए बेहतर है। पाठ में शैतान के खौफ और अल्लाह की कृपा का भी उल्लेख किया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अल्लाह हमेशा अपने बंदों की रक्षा करता है। अंत में, ईसा का उल्लेख किया गया है, जो अल्लाह के द्वारा भेजे गए एक रसूल हैं, और उन्हें विशेष चमत्कारी क्षमताएँ दी गई हैं। ईसा की कहानी में यह भी बताया गया है कि वे कैसे लोगों को अल्लाह के संदेश की ओर बुलाएंगे और उनकी पहचान के लिए चमत्कार दिखाएंगे। इस पाठ में अल्लाह के प्रति ईमानदारी, सदका देने की महत्ता, और अल्लाह की शक्ति का व्यापक विवरण है।


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