मनोरमा ईयर बुक २००५ | Manorama Year Book 2004

By: विभिन्न लेखक - Various Authors
मनोरमा ईयर बुक २००५ | Manorama Year Book 2004 by


दो शब्द :

इस पाठ में विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई है, जिसमें युद्ध, कृषि, बेरोजगारी, सूचना प्रौद्योगिकी, और शिक्षा शामिल हैं। युद्ध के संदर्भ में बताया गया है कि यह मानवता के लिए एक भयानक अनुभव है, जिसमें केवल सैनिक ही नहीं, बल्कि आम नागरिक भी प्रभावित होते हैं। युद्ध की विभीषिका और इसके कारणों पर विचार किया गया है, और यह प्रश्न उठाया गया है कि हम उन शक्तियों को क्यों परास्त नहीं कर सकते जो युद्ध को जन्म देती हैं। कृषि पर ध्यान देते हुए, परंपरागत कृषि के पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभावों का उल्लेख किया गया है। जैविक कृषि को एक विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकता है। इसके अलावा, बेरोजगारी की समस्या और लघु उद्योगों के विकास की आवश्यकता पर भी चर्चा की गई है। सूचना प्रौद्योगिकी के प्रभाव और भारत की विदेश नीति पर पड़ोसी देशों के साथ संबंधों के बारे में भी विश्लेषण किया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में भी बदलावों का जिक्र किया गया है, जिसमें उच्च शिक्षा की बढ़ती जरूरत और घटते स्तर का उल्लेख है। इस पाठ में विभिन्न लेखों के माध्यम से सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर विचार किया गया है, जो समकालीन भारत के संदर्भ में महत्वपूर्ण हैं।


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