ज्योतिवैर्भव (डिरेक्टरी) | Jyotivarbhv (Directory)

By: श्रीकृष्ण अनंत जकदर - Shreekrishn Anant Jkatdar


दो शब्द :

इस पाठ में ज्योतिष शास्त्र के महत्व और इससे जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई है। लेखक श्रीकृष्ण अनंत जकातदार ने ज्योतिष अध्ययन के उद्देश्यों, इसके महत्व और समाज में इसके प्रचार-प्रसार की आवश्यकता को स्पष्ट किया है। उन्होंने बताया है कि ज्योतिष केवल एक शास्त्र नहीं, बल्कि यह एक विद्या है, जो मनुष्य को उसके भविष्य के बारे में जानकारी प्रदान करती है। लेख में यह भी उल्लेख किया गया है कि ज्योतिष का अध्ययन करने से न केवल व्यक्तिगत जीवन में सुधार हो सकता है, बल्कि यह समाज में भी सकारात्मक बदलाव ला सकता है। लेखक ने अपने प्रयासों का विवरण दिया है कि कैसे उन्होंने विभिन्न ज्योतिषियों और विद्वानों को एकत्रित किया है ताकि ज्योतिष के ज्ञान को और अधिक व्यापक रूप से फैलाया जा सके। ग्रंथ का उद्देश्य यह है कि लोग ज्योतिष के प्रति अपनी धारणाओं को सुधारें और इसके वास्तविक महत्व को समझें। लेखक ने इस क्षेत्र में बढ़ती महंगाई और अन्य चुनौतियों का सामना करते हुए इस ग्रंथ के प्रकाशन की कठिनाईयों का भी उल्लेख किया है। उन्होंने सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया जो इस ग्रंथ के निर्माण में शामिल रहे। अंत में, लेखक ने यह प्रार्थना की है कि ज्योतिष शास्त्र की ज्ञान की ज्योति सभी को मार्गदर्शित करे और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए। इस प्रकार, पाठ का सार यह है कि ज्योतिष शास्त्र का अध्ययन और इसका समाज में सही प्रचार-प्रसार आवश्यक है ताकि लोग इसके लाभों को समझ सकें।


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