जैनेन्द्र सिद्धांत कोश [भाग ४ ] | Jainendra Siddhant Kosh [bhag 4 ]

By: जिनेन्द्र वर्णी - Jinendra Varni
जैनेन्द्र सिद्धांत कोश  [भाग ४ ]  | Jainendra Siddhant Kosh [bhag 4 ] by


दो शब्द :

इस पाठ में विभिन्न जैन ग्रंथों और उनके श्लोकों का उल्लेख किया गया है। इसमें प्राचीन जैन साहित्य, उनके लेखकों, उनकी रचनाओं और संबंधित विषयों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया है। पाठ में कई जैन ग्रंथों के नाम और उनके लेखक, उनके योगदान और महत्व का उल्लेख किया गया है। ग्रंथों में अध्याय, श्लोक, गाथा, और उनके प्रकाशन की जानकारी दी गई है। यह जानकारी जैन धर्म और उसके साहित्यिक परंपरा को समझने में सहायक है। पाठ में विशेष रूप से जैन दर्शन, तत्त्वार्थ, और आचार के सिद्धांतों का भी उल्लेख किया गया है, जो जैन धर्म के आधारभूत मान्यताओं को दर्शाते हैं। इस प्रकार, यह पाठ जैन साहित्य और उसके विभिन्न ग्रंथों का एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।


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