धन्वन्तरि चिकित्सा विषेषांक भाग- २ | Dhanwantari Chikitsa Visheshank Part 2

By: बी. एस. प्रेमी शास्त्री - B. S. Premi Shastri


दो शब्द :

यह पाठ एक चिकित्सा विशेषांक का परिचय है, जिसमें स्वास्थ्य संबंधित मुद्दों और विभिन्न रोगों की चिकित्सा के बारे में जानकारी प्रदान की गई है। लेखक ने पाठकों से निवेदन किया है कि वे पिछले अंक को सुरक्षित रखें और किसी भी पत्राचार में अपने ग्राहक नंबर का उल्लेख करें। उन्होंने यह भी बताया है कि पिछले विशेषांक को पाठकों ने बहुत पसंद किया था और इसी प्रेरणा से यह द्वितीय भाग प्रस्तुत किया गया है। इस विशेषांक में सरल और उपयोगी चिकित्सा प्रयोगों को शामिल करने का प्रयास किया गया है, ताकि पाठक आसानी से उनका उपयोग कर सकें। पहले भाग में प्रकाशित प्रयोगों की जटिलता के कारण पाठकों ने कठिनाई महसूस की थी, जिसे इस बार ध्यान में रखा गया है। विशेषांक में प्रयोगों की सूची भी दी गई है, जिससे पाठकों को उन्हें ढूंढने में आसानी होगी। लेखक ने यह भी उल्लेख किया है कि विशेषांक में कुछ ऐसे लेख शामिल किए जा रहे हैं जो पाठकों को स्वर्गीय श्री कृष्ण प्रसाद त्रिवेदी द्वारा लिखित "चिकित्सा रहस्य" से संबंधित हैं। पाठकों से यह अपेक्षा की गई है कि वे अपने सुझाव और प्रतिक्रिया भेजें, ताकि भविष्य में और बेहतर सामग्री प्रस्तुत की जा सके। इसके अलावा, पाठ में शरणार्थियों के प्रति सहायता देने की अपील भी की गई है, क्योंकि उन पर आर्थिक दबाव बढ़ रहा है। अंत में, पाठकों को अधिक से अधिक ग्राहकों को जोड़ने के लिए प्रेरित किया गया है। इस प्रकार, यह पाठ स्वास्थ्य, चिकित्सा और पाठकों की सहभागिता पर केंद्रित है।


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