राजस्थानी सबद कोस (खंड २ ) | Rajasthani Sabad Kos (part2)

By: अज्ञात - Unknown
राजस्थानी सबद कोस (खंड २ ) | Rajasthani Sabad Kos (part2) by


दो शब्द :

इस पाठ में राजस्थानी भाषा और उसके शब्दकोश के विकास पर चर्चा की गई है। लेखक ने हिंदी की उपभाषाओं, विशेषकर राजस्थानी, के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया है कि इन उपभाषाओं का विकास हिंदी को भी बल देगा। उन्होंने राजस्थान सरकार द्वारा श्री सीताराम छालस द्वारा संकलित राजस्थानी शब्दकोश के द्वितीय खंड के प्रकाशन की जानकारी दी और इसके पहले खंड की प्रशंसा की। लेखक ने बताया कि इस शब्दकोश का प्रकाशन कई कठिनाइयों के बावजूद संभव हुआ है, जिसमें आर्थिक संकट और अन्य विषम परिस्थितियां शामिल हैं। उन्होंने विभिन्न सहयोगियों और सरकारी अधिकारियों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस कार्य में सहायता की। इसके अलावा, पाठ में यह भी उल्लेख किया गया कि द्वितीय खंड को दो भागों में प्रस्तुत किया जा रहा है। लेखक ने यह आशा व्यक्त की कि आने वाले खंडों का कार्य भी समय पर पूरा होगा और राजस्थानी भाषा को एक नया जीवन मिलेगा। उन्होंने शब्दकोश के महत्व को समझाते हुए इसे भाषा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान बताया। अंत में, लेखक ने सभी सहयोगियों और पाठकों के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि वे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित हैं।


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