तल्खियां | Talkhiyan
- श्रेणी: काव्य / Poetry गजल व शायरी / Shayri - Ghajal
- लेखक: साहिर लुध्यानवी - Sahir Ludhyanavi
- पृष्ठ : 135
- साइज: 1 MB
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दो शब्द :
यह पाठ साहिर लुधियानवी की शायरी और उनके व्यक्तित्व पर केंद्रित है। साहिर लुधियानवी एक प्रसिद्ध शायर हैं, जिनकी रचनाएँ हिन्दी और उर्दू साहित्य में अत्यधिक लोकप्रिय हैं। उनके कविता संग्रह 'तत्खिया' के कई संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं, और वे अपनी शायरी के लिए जाने जाते हैं। पाठ में लेखक ने साहिर की शायरी और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विचार किया है। लेखक ने प्रस्तावना लिखने की परंपरा का उल्लेख किया है और सोचा कि साहिर की शायरी के बारे में उनसे संबंधित आलोचकों की राय को साझा करना उचित होगा। उन्होंने यह भी बताया कि साहिर की शायरी में गहराई और संवेदनशीलता है, जो उनके व्यक्तित्व को दर्शाती है। साहिर के कार्यों का परिचय देते हुए लेखक ने यह भी कहा कि उनकी शायरी में जीवन के अनुभव, प्यार, और सामाजिक मुद्दों का समावेश है। पाठ में साहिर की प्रसिद्ध गज़लों और कविताओं का भी उल्लेख किया गया है, जो उनके विचारों और भावनाओं को व्यक्त करती हैं। अंत में, साहिर की रचनाओं के माध्यम से उनका योगदान और उनके द्वारा सृजित साहित्यिक धरोहर की महत्ता को रेखांकित किया गया है। यह पाठ साहिर लुधियानवी की कला और उनके प्रति सम्मान प्रदर्शित करता है।
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