राष्ट्र भाषा हिंदी | Rashtra Bhasha Hindi

By: श्री नरदेव शास्त्री - Shri Nardev Shastri
राष्ट्र भाषा हिंदी | Rashtra Bhasha Hindi by


दो शब्द :

इस पाठ में विभिन्न रचनाओं का उल्लेख किया गया है, जिसमें कविताएँ, उपन्यास, जीवनी, संकलन और निबंध शामिल हैं। इनमें से कुछ प्रमुख रचनाएँ जैसे "सक्लिका", "बन्दी के गान", "दृद़ताज", "हमारा संघर्ष", "काँग्रेस का संक्षिप्त इतिहास" आदि हैं। इसके अलावा, पाठ में 'राष्ट्रभाषा' और 'राष्ट्रलिपि' की समस्या का जिक्र करते हुए स्वतंत्रता संग्राम के दौरान विभिन्न नेताओं और साहित्यिकारों द्वारा दिए गए विचारों का संकलन प्रस्तुत किया गया है। पाठ में यह बताया गया है कि स्वतंत्रता के समय राष्ट्रभाषा और राष्ट्रलिपि की आवश्यकता पर चर्चा हो रही थी, जिसमें शिक्षित जनता और भाषाशास्त्रियों के विचार शामिल किए गए हैं। इसके अंत में, एक पत्राचार का उल्लेख किया गया है जिसमें विभिन्न व्यक्तियों के बीच हिंदी और उर्दू भाषाओं के प्रचार और उनके संबंधों पर विचार विमर्श किया गया है। कुल मिलाकर, यह पाठ स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भाषा के मुद्दों पर चर्चा और विभिन्न रचनाओं का संकलन प्रस्तुत करता है, जो उस समय की सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों को दर्शाता है।


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