खलील जिब्रान की श्रेष्ठ कहानियाँ | Khalil Gibran Ki Shreshth Kahaniyan
- श्रेणी: Vedanta and Spirituality | वेदांत और आध्यात्मिकता कहानियाँ / Stories
- लेखक: महेन्द्र मित्तल - Mahendra Mittal
- पृष्ठ : 130
- साइज: 6 MB
- वर्ष: 2001
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दो शब्द :
ख़लील जिब्रान एक विश्व प्रसिद्ध लेखक, कवि और चित्रकार थे, जिनकी रचनाओं में विद्रोह के स्वर स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं। उनके साहित्य में गहरी जीवन अनुभूति, संवेदनशीलता, भावनात्मकता, व्यंग्य और धार्मिक पाखंड के खिलाफ विद्रोह की भावना समाहित है। उनका कहानी संग्रह 'स्पिरिट्स रिबेलियस' (विद्रोही आत्माएं) इस विद्रोही दृष्टिकोण का परिचायक है, जिसने समाज, व्यक्ति, प्रेम, न्याय, और कला पर गहन विचार प्रस्तुत किए हैं। ख़लील जिब्रान का जन्म 6 फरवरी 1883 को लेबनान के बशरी गांव में हुआ। उनका नाम 'खलील' का अर्थ है 'प्रिय मित्र', और 'जिन्नान' का अर्थ है 'आत्माओं को सन्तोष देने वाला'। उन्होंने जीवन के मात्र 48 वर्ष बिताए और अपनी छोटी उम्र में ही एक महान लेखक के रूप में पहचान बना ली। उनकी कृतियों में सामाजिक अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई गई है और उन्होंने धार्मिक पाखंड पर तीखे प्रहार किए हैं। 'विद्रोही आत्माएं' नामक उनकी पुस्तक ने चर्च के पुरोहितों के विरोध को आमंत्रित किया, जिससे यह पुस्तक जलाने तक की नौबत आई। संग्रह में कई रचनाएं शामिल हैं, जैसे 'सवेरे की रोशनी', 'दोस्त की वापसी', 'पागल जॉन', 'आत्मा का उपहार', 'विद्रोही आत्माएं', और 'नई दुलहिन', जो न्याय, धर्मान्धता और जीवन के अस्तित्व पर गहन विचार प्रस्तुत करती हैं। जिब्रान की लेखन शैली में कवि की कल्पना, संवेदनशीलता और कलाकार की सहज शालीनता प्रकट होती है। उनकी रचनाएँ, विशेषकर 'आत्मा का उपहार', एक युवा लड़की रैहाना की कहानी है, जो कठिनाइयों का सामना करती है और अपनी भावनाओं के साथ संघर्ष करती है। रैहाना की जिंदगी दर्शाती है कि कैसे व्यक्ति अपने अदृश्य सपनों और वास्तविकता के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करता है। जिब्रान का साहित्य पाठकों को सोचने और आत्ममंथन करने के लिए प्रेरित करता
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