नलचम्पू | Nalchampu
- श्रेणी: काव्य / Poetry साहित्य / Literature
- लेखक: अज्ञात - Unknown जय कृष्णदास - Haridas Gupta
- पृष्ठ : 246
- साइज: 37 MB
- वर्ष: 1932
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दो शब्द :
यह पाठ "नलचम्पू" नामक संस्कृत ग्रंथ का हिस्सा प्रतीत होता है, जिसमें नल और दमयन्ती की कथा का वर्णन किया गया है। इसमें विभिन्न पात्रों का उल्लेख है, जैसे नल, दमयन्ती, भीम, और अन्य राजा-महाराजाओं के संवाद और घटनाओं का विवरण है। कथा की बुनियाद प्रेम, संघर्ष और संकटों पर आधारित है, जहाँ दमयन्ती अपने प्रेमी नल की खोज में विभिन्न बाधाओं का सामना करती हैं। पाठ में नल की वीरता, दमयन्ती की निष्ठा और उनके बीच के प्रेम को दर्शाया गया है। इसमें नल के राज्य, उसके द्वारा किए गए कार्य, और दमयन्ती की स्थिति का भी चित्रण है। पाठ में नल और दमयन्ती के बीच संवाद, भावनात्मक उतार-चढ़ाव, और अन्य पात्रों की प्रतिक्रियाओं को शामिल किया गया है। संक्षेप में, यह पाठ एक प्राचीन कहानी का महाकाव्यात्मक रूप है, जिसमें प्रेम, बलिदान, और मानवीय भावनाओं का गहन चित्रण किया गया है।
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