प्रतिदिन का भारतीय संसाधित आहार | Pratidin Ka Bhartiya Sansadhit Aahar

By: के. टी. अच्चया - K. T. Achaya
प्रतिदिन का भारतीय संसाधित आहार | Pratidin Ka Bhartiya Sansadhit Aahar by


दो शब्द :

इस पाठ का सारांश भारतीय संसाधित आहार के विभिन्न पहलुओं पर आधारित है। लेखक के.टी. अच्चया ने भारतीय आहार के रसायन, तकनीकी और पोषण संबंधी जानकारी को सरल भाषा में प्रस्तुत किया है। पाठ में बताया गया है कि भारतीय आहार में चावल, गेहूं, दालें, तेल, दूध और अन्य संसाधित खाद्य वस्तुएं शामिल हैं, जिनका निर्माण विभिन्न यांत्रिक और रासायनिक प्रक्रियाओं से होता है। पुस्तक में संसाधित आहारों के विभिन्न प्रकारों का विवरण दिया गया है, जैसे कि चावल और दालें, जो विभिन्न प्रकार के होते हैं और उनके पकाने के तरीके भिन्न होते हैं। चावल की कुटाई और परिष्करण की पारंपरिक और आधुनिक विधियों का वर्णन किया गया है। चावल की विभिन्न किस्मों, उनके गुण और उनके उपयोग के तरीके पर प्रकाश डाला गया है। इसके अलावा, पाठ में वनस्पति तेल, दूध और उसके उत्पाद, मिठाइयाँ, चाय और कॉफी, मांस और मछली, बिस्कुट, ब्रेड, अचार और चटनियाँ जैसे अन्य संसाधित खाद्य पदार्थों का भी उल्लेख किया गया है। लेखक ने यह भी बताया है कि हाल के वर्षों में घरेलू उत्पादों को व्यावसायिक रूप से उपलब्ध कराने के लिए तकनीकी विकास हुआ है। इस तरह, यह पाठ भारतीय आहार के विभिन्न घटकों और उनके निर्माण की प्रक्रिया को समझाने के साथ-साथ उनके पोषण संबंधी पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित करता है।


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