विश्रुताचारितम | Vishrutacharitam

By: सुधीरकुमार गुप्त - Sudheer Kumar Gupt
विश्रुताचारितम | Vishrutacharitam by


दो शब्द :

इस पाठ में "दशकुमारचरित" नामक संस्कृत ग्रंथ की चर्चा की गई है, जिसमें इसके विभिन्न पहलुओं का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया है। प्रोफेसर डा. नरेन्द्रनाथ चौधुरी द्वारा इसे संपादित और व्याख्यायित किया गया है। पाठ में गद्य और काव्य के बीच के भेद, गद्य का विकास, संस्कृत गद्यकाव्य का इतिहास, और दण्डी जैसे महत्वपूर्ण संदर्भों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। पुस्तक की संरचना में विभिन्न अध्याय शामिल हैं, जैसे कि गद्य के लक्षण, गद्य के भेद, और काव्य का लक्षग। प्रत्येक अध्याय में विषय की गहराई से व्याख्या की गई है, जिससे पाठक को इस ग्रंथ की समग्रता और विशेषताओं का ज्ञान हो सके। इस संस्करण में कई नए पहलुओं को शामिल किया गया है, जैसे कि श्लोकों का हिंदी में अनुवाद और संदर्भ संख्या का उल्लेख, जिससे अध्ययन में सहूलियत हो सके। साथ ही, पाठक की प्रतिक्रियाओं को जानने के लिए एक सुझाव पत्र भी दिया गया है। इस प्रकार, यह संस्करण संस्कृत साहित्य के प्रति रुचि रखने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है। संक्षेप में, यह पाठ "दशकुमारचरित" के अध्ययन के लिए एक मार्गदर्शक है, जिसमें इसकी काव्यात्मक और गद्यात्मक विशेषताओं का गहन विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है।


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