गांधी जी की देन | Gandhi Ji Ki Den
- श्रेणी: जीवनी / Biography साहित्य / Literature
- लेखक: राजेंद्र प्रसाद - Rajendra Prasad
- पृष्ठ : 122
- साइज: 17 MB
- वर्ष: 1968
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दो शब्द :
इस पाठ में महात्मा गांधी के गुण, कार्य और सिद्धांतों पर चर्चा की गई है। लेखक ने गांधीजी के साथ अपने अनुभवों को साझा किया है और बताया है कि कैसे गांधीजी की विचारधारा ने उनके व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन को प्रभावित किया। लेखक का कहना है कि गांधीजी के सिद्धांतों को समझना और उन पर अमल करना एक चुनौती है, लेकिन उन्होंने अपने जीवन में गांधीजी के विचारों को अपनाने का प्रयास किया है। पुस्तक में गांधीजी के विचारों को सरल और स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत किया गया है, जिससे पाठकों के लिए समझना आसान हो। लेखक ने यह भी उल्लेख किया है कि गांधीजी का योगदान केवल भारत के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने समाज के विभिन्न मुद्दों पर ध्यान दिया और अहिंसा, सत्य, और सामाजिक समरसता के सिद्धांतों पर जोर दिया। लेखक ने गांधीजी की महानता को उनके व्यक्तित्व और कार्यों से साबित किया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि गांधीजी ने अपने जीवन में सत्य और अहिंसा का पालन किया। उनके सिद्धांत आज भी प्रासंगिक हैं और समाज के कल्याण के लिए आवश्यक हैं। लेखक ने गांधीजी के संदेश को फैलाने की आवश्यकता पर भी बल दिया है, ताकि लोग उनके सिद्धांतों पर चलकर अपने और समाज के जीवन को बेहतर बना सकें। इस प्रकार, यह पाठ गांधीजी के विचारों और उनके जीवन की प्रेरणा को साझा करता है, जिससे पाठकों को गांधीजी की महानता और उनके सिद्धांतों के महत्व का अनुभव होता है।
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