हस्तलिखित हिंदी ग्रंथों का त्रयोदश त्रिवार्षिक विवरण | Hastlikhit Hindi Grantho Ka Trayodash Trevarshik Vivaran

- श्रेणी: ग्रन्थ / granth धार्मिक / Religious हिंदी / Hindi
- लेखक: हीरालाल जैन - Heeralal Jain
- पृष्ठ : 826
- साइज: 24 MB
- वर्ष: 1953
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दो शब्द :
यह पाठ हिंदी साहित्य के अप्रकाशित ग्रंथों और उनके विवरण के प्रकाशन के प्रयासों पर केंद्रित है। इसमें बताया गया है कि विभिन्न समयों में हिंदी साहित्य के ग्रंथों का संकलन और उनका विवरण कैसे किया गया है। इन विवरणों को संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत करने की आवश्यकता पर बल दिया गया है, ताकि शोधकर्ताओं और साहित्यिक अध्ययन करने वालों को उपयोगी सामग्री मिल सके। पाठ में उल्लेख किया गया है कि हिंदी साहित्य के लिए यह विवरण अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे शोध कार्य में मदद मिलेगी। इसके अलावा, विभिन्न प्रकाशनों और उनके संपादकों के योगदान को भी मान्यता दी गई है। पाठ में यह भी कहा गया है कि हिंदी साहित्य के इतिहास और उसकी प्राचीन कृतियों का अध्ययन करने के लिए इन विवरणों का प्रकाशन आवश्यक है। इसके साथ ही, पाठ में यह भी बताया गया है कि इन ग्रंथों में से कई कृतियाँ और लेखक अप्रकाशित रह गए थे, जिनकी जानकारी को संकलित और प्रकाशित करने का कार्य चल रहा है। अंततः, यह प्रयास हिंदी साहित्य के विकास और उसके शोध कार्य में योगदान देने के लिए है।
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