आखिरी पत्ता | The last leaf

By: ओ० हेनरी - O. HENRY पुस्तक समूह - Pustak Samuh
आखिरी पत्ता  | The last leaf by


दो शब्द :

इस पाठ में बलिदान की अवधारणा पर चर्चा की गई है। बलिदान का अर्थ है किसी महत्वपूर्ण चीज़ को एक noble उद्देश्य के लिए छोड़ देना। उदाहरण के लिए, बुद्ध ने सत्य की खोज में अपने प्रिय चीज़ों का बलिदान किया, जो एक महान बलिदान था। प्रश्न उठता है कि क्या गरीब लोग भी बलिदान कर सकते हैं, जैसे कि एक भिखारी। वह क्या बलिदान कर सकता है? पाठ में एक प्रसिद्ध कहानी का उल्लेख किया गया है, जिसमें एक दुखी और शराबी कलाकार द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान का वर्णन है। यह कहानी इस विचार को उजागर करती है कि बलिदान केवल धन या भौतिक वस्तुओं का नहीं, बल्कि आत्मिक और भावनात्मक मूल्य का भी हो सकता है।


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