इंद्रजाल | Indrajaal

- श्रेणी: उपन्यास / Upnyas-Novel साहित्य / Literature
- लेखक: जयशंकर प्रसाद - jayshankar prasad
- पृष्ठ : 136
- साइज: 2 MB
- वर्ष: 1961
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दो शब्द :
इस पाठ में एक कंजरी परिवार की कहानी का वर्णन किया गया है, जिसमें बेला और गोली नामक दो मुख्य पात्र हैं। यह कहानी एक छोटे से गाँव के वातावरण में घटित होती है, जहाँ कंजरी लोग अपनी कला और संगीत के माध्यम से जीवन यापन करते हैं। बेला एक गायक है, जो अपनी माँ के गाने की परंपरा को आगे बढ़ा रही है। गोली एक बाँसुरी बजाने वाला युवक है जो बेला के साथ संगीत में भागीदारी करता है। कहानी में यह दिखाया गया है कि कैसे बेला और गोली अपनी प्रतिभा से पैसे कमाने की कोशिश करते हैं और गाँव के लोगों के बीच लोकप्रियता हासिल करते हैं। बेला की सुंदरता और गायकी से गोली प्रभावित है, और दोनों के बीच प्रेम का芽 उगता है। लेकिन नकारात्मक तत्व भी हैं, जैसे भूरे नाम का एक व्यक्ति, जो बेला के प्रति ईर्ष्या रखता है और उसके और गोली के बीच संघर्ष पैदा करता है। कहानी में बेला की संघर्षशीलता और गोली का प्रेम स्पष्ट रूप से दर्शाया गया है। बेला का अपने सपनों और प्रेम के प्रति समर्पण उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है, जबकि गोली का प्रेम उसे साहस देता है। अंततः, यह कहानी प्रेम, संघर्ष और कंजरी जीवन की कठिनाइयों का एक चित्रण है, जहाँ कला और संगीत ही उनके जीवन का आधार हैं। कहानी में प्रेम के साथ-साथ सामाजिक चुनौतियों का भी समावेश है, जिसमें कंजरी समुदाय की स्थिति और उनके अधिकारों के लिए संघर्ष को दर्शाया गया है।
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