दो शब्द :

पुस्तक "भारत-विभाजन की कहानी" भारत के विभाजन और सत्ता-हस्तांतरण की एक महत्वपूर्ण और सूक्ष्म कहानी प्रस्तुत करती है। यह एलन कंस्पबेल जान्सन द्वारा लिखी गई है और इसमें लार्ड माउण्टबेटन के भारत में आने, भारतीय स्वतंत्रता की प्रक्रिया और विभाजन के नतीजों का विस्तृत वर्णन है। लेखक ने माउण्टबेटन के प्रेस अठेची के रूप में काम करते हुए घटनाओं का गहन अवलोकन किया। पुस्तक में घटनाओं का विवरण तिथि के अनुसार प्रस्तुत किया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सत्ता सौंपने की पृष्ठभूमि क्या थी, ब्रिटिश सरकार को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा और भारतीयों को विभाजन स्वीकार करने के लिए किस प्रकार की परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। इसमें मुस्लिम लीग द्वारा उत्पन्न अड़चनों, पाकिस्तान के गठन और विभाजन के बाद उत्पन्न समस्याओं का भी उल्लेख है। पुस्तक को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है: पहला भाग 15 अगस्त के पूर्व का और दूसरा 15 अगस्त के बाद का। लेखक ने घटनाओं को एक डायरी के रूप में प्रस्तुत किया है, जो पाठकों को उस समय के असामान्य और भीतरी घटनाओं की जानकारी प्रदान करती है। पुस्तक की विशेषता यह है कि यह निष्पक्षता के साथ लिखी गई है और इसमें किसी प्रकार का पक्षपात नहीं है। यह भारत-विभाजन और सत्ता-हस्तांतरण से संबंधित साहित्य में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। पुस्तक में कई मनोरंजक घटनाएं भी हैं जो इसे रोचक बनाती हैं। मौजूदा स्थिति में, पुस्तक का संक्षिप्त और संपादित रूप प्रस्तुत किया गया है ताकि भारतीय पाठकों के लिए मूलभूत घटनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जा सके। यह पुस्तक पाठकों के लिए एक संग्रहणीय और उपयोगी सामग्री साबित होने की संभावना रखती है।


Please share your views, complaints, requests, or suggestions in the comment box below.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *