हिंदुस्तान की कहानी | Hindustan ki Kahani by


दो शब्द :

इस पाठ में पंडित जवाहरलाल नेहरू की पुस्तक "हिंदुस्तान की कहानी" का हिंदी अनुवाद प्रस्तुत किया गया है। यह पुस्तक अहमदनगर किले में कैद के दौरान लिखी गई थी और इसमें भारत के इतिहास, संस्कृति, और समाज के विभिन्न पहलुओं का विस्तृत वर्णन किया गया है। प्रकाशक ने इस पुस्तक के प्रकाशन में हुई देरी के लिए खेद व्यक्त किया है, जबकि उन्होंने पाठकों से पुस्तक की गलतियों को सुधारने की अपील की है। पंडित नेहरू ने अपनी लेखनी के माध्यम से भारत की चेतना, विकास और संघर्षों को उजागर करते हुए स्वतंत्रता संग्राम और उसकी वास्तविकताओं को दर्शाया है। पुस्तक के अनुवाद में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन अंततः इसे पाठकों के सामने लाने का प्रयास किया गया। प्रकाशक और संपादक ने सहयोग देने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया है और आगे के संस्करणों में सुधार करने का वादा किया है। पंडित नेहरू ने अपने साथी कैदियों के साथ चर्चा और संवाद को इस लेखन के लिए प्रेरणादायक बताया, जिसमें विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों की समृद्धि का अनुभव हुआ। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि किताब में कुछ विचार अब पुराने हो चुके हैं, लेकिन उनके विचारों का महत्व अभी भी बना हुआ है। अंत में, उन्होंने बताया कि यह किताब उनके पुराने व्यक्तित्व की एक झलक प्रस्तुत करती है, जो अब उनके वर्तमान से भिन्न है।


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