इंद्रजाल | Indarjaal

- श्रेणी: उपन्यास / Upnyas-Novel साहित्य / Literature
- लेखक: जयशंकर प्रसाद - jayshankar prasad
- पृष्ठ : 148
- साइज: 7 MB
- वर्ष: 1945
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दो शब्द :
इस पाठ में एक कंजर परिवार की कहानी प्रस्तुत की गई है, जिसमें मुख्य पात्र मैकू, बेला और गोली हैं। मैकू इस परिवार का सरदार है, जो अपने दल के लोगों को भीख मांगने के लिए कठोरता से निर्देशित करता है। बेला, जो अपनी माँ के संगीत की परंपरा को आगे बढ़ाती है, और गोली, जो बाँसुरी बजाता है, दोनों के बीच एक प्रेम कहानी विकसित होती है। बेला की सुंदरता और गायन कला गाँव में लोगों का ध्यान आकर्षित करती है, जबकि गोली उसके प्रति गहरी भावनाएँ रखता है। पाठ में भूरे नाम का एक अन्य पात्र भी है, जो बेला के प्रेम में प्रतिस्पर्धा करता है। बेला और गोली के बीच एक प्रेम भरा रिश्ता है, लेकिन भूरा बेला से विवाह करने का दबाव बनाता है। एक रात, जब बेला और गोली एकांत में होते हैं, भूरे की उपस्थिति उनके प्रेम में बाधा डालती है, और एक संघर्ष उत्पन्न होता है। मैकू इस संघर्ष में गोली को रोकता है और बेला को भूरे के साथ विवाह के लिए मजबूर करता है। हालांकि बेला अपनी इच्छा के विरुद्ध भूरे के साथ रहने के लिए तैयार नहीं होती, उसका मन गोली के प्रति लगा रहता है। पाठ अंत में बेला की भावनाओं और उसके भीतर के द्वंद्व को उजागर करता है, जहाँ वह अपने प्रेम और विवाह के बीच चुनाव करने की स्थिति में होती है। इस तरह, यह कहानी प्रेम, संघर्ष, और सामाजिक बंधनों की जटिलताओं को दर्शाती है।
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