वैदिक साहित्य का इतिहास | Vaidik Sahitya ka Itihas

- श्रेणी: इतिहास / History वेद /ved साहित्य / Literature
- लेखक: अज्ञात - Unknown
- पृष्ठ : 289
- साइज: 4 MB
- वर्ष: 1974
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दो शब्द :
यह पाठ वैदिक साहित्य के महत्व और उसके अध्ययन की आवश्यकता पर केंद्रित है। इसे भारतीय संस्कृति और ज्ञान का अमूल्य खजाना बताया गया है, जो आज भी समाज को प्रेरित करता है। वैदिक साहित्य के अध्ययन की दिशा में विभिन्न विश्वविद्यालयों में पाठ्यक्रम बनाए गए हैं, लेकिन इस क्षेत्र में संक्षेप में जानकारी देने वाली पुस्तक का अभाव रहा है। लेखक ने इस कमी को पूरा करने के लिए एक पुस्तक लिखने का प्रयास किया है, जो विद्यार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध हो सके। पुस्तक में वैदिक साहित्य के विभिन्न पहलुओं को संक्षेप में प्रस्तुत किया गया है, जिसमें ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, और अथर्ववेद का अध्ययन शामिल है। इसके साथ ही, ब्राह्मण, आरण्यक और उपनिषदों का भी विवेचन किया गया है। लेखक ने विभिन्न प्रश्नों के उत्तर देने के लिए सामग्री का चयन किया है, जिससे विद्यार्थी आसानी से परीक्षा में सफल हो सकें। लेखक का यह प्रयास है कि मौलिकता बनाए रखते हुए यह पुस्तक पाठ्यक्रम के अनुसार विद्यार्थियों के लिए सहायक बने। वैदिक साहित्य का अध्ययन न केवल शैक्षणिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने में भी मदद करता है। इस प्रकार, पाठ वैदिक साहित्य की महत्ता को उजागर करता है और विद्यार्थियों को इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
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