भारतीय भाषा कोश | Bhartiya Bhasha Kosh

By: पुस्तक समूह - Pustak Samuh
भारतीय भाषा कोश | Bhartiya Bhasha Kosh by


दो शब्द :

भारतीय भाषा कोश का उद्देश्य भारत की विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों के बीच संवाद और आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है। यह कोश केंद्रीय हिंदी निदेशालय द्वारा तैयार किया गया है और इसका पहला संस्करण 1984 में प्रकाशित हुआ था। यह कोश संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल 14 भाषाओं को शामिल करता है, जिसमें हिंदी, पंजाबी, उर्दू, कश्मीरी, सिंधी, मराठी, गुजराती, बंगला, असमिया, ओडिया, तेलुगु, तमिल, मलयालम और कन्नड शामिल हैं। 1993 में, कोंकणी, नेपाली और मणिपुरी भाषाओं को शामिल करते हुए, कोश का नया संशोधित संस्करण तैयार करने का निर्णय लिया गया। इस नए संस्करण में 18 भाषाओं के शब्दों और पर्यायों को समाहित किया गया है। कोश के दो खंड हैं: पहले खंड में वर्गीकृत शब्दावली और दूसरे खंड में सामान्य शब्दावली है। शब्दों का चयन करते समय यह ध्यान रखा गया है कि वे दैनिक जीवन में सामान्यतः उपयोग में आने वाले शब्द हों। इस कोश के निर्माण में विभिन्न भाषाओं के विद्वानों का योगदान महत्वपूर्ण रहा है, जिससे यह सुनिश्चित किया गया कि सभी भाषाओं की शब्द-संपदा का समुचित रूप से समावेशन हो सके। आने वाले संस्करणों में नए शामिल की गई भाषाओं का भी समावेश किया जाएगा, जिससे भारत की भाषाई विविधता को और भी मजबूत किया जा सके। कोश का यह नवीनतम संस्करण पाठकों और शोधार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध होने की उम्मीद है।


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