भारतीय शिक्षा का इतिहास | Bhartiya Shiksha ka Itihas

By: जे० पी० नाइक - J. P. NAIK पुस्तक समूह - Pustak Samuh सैयद नुरुल्ला - Saiyad Nurulla


दो शब्द :

इस पाठ में शिक्षा का इतिहास और उसके विकास पर चर्चा की गई है। यह अध्याय 1800 से 1973 तक के समय को कवर करता है, जिसमें विभिन्न शैक्षिक सुधारों और नीतियों का विवरण है। पाठ में यह बताया गया है कि किस प्रकार शिक्षा प्रणाली में बदलाव आए और किन-किन महत्वपूर्ण घटनाओं ने इस प्रणाली को प्रभावित किया। शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न सुधारों का उल्लेख करते हुए, पाठ में बताया गया है कि कैसे शिक्षा को अधिक सुलभ और व्यवहारिक बनाया गया। इसमें शिक्षा के स्तर, पाठ्यक्रम, और शिक्षण विधियों में हुए परिवर्तनों पर भी प्रकाश डाला गया है। भिन्न-भिन्न ऐतिहासिक संदर्भों में शिक्षा की भूमिका पर भी चर्चा की गई है, जिसमें सामाजिक और आर्थिक कारकों का शिक्षा पर प्रभाव विश्लेषित किया गया है। पाठ में यह भी बताया गया है कि शिक्षा के क्षेत्र में आई चुनौतियों का सामना कैसे किया गया और किस तरह से समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी। कुल मिलाकर, यह पाठ शिक्षा के विकास और उसके ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य को समझने में मदद करता है, साथ ही यह भी दिखाता है कि शिक्षा समाज के विकास में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।


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