मालवीकाग्निमित्रम | Malavika und Agnimitra

- श्रेणी: नाटक/ Drama संस्कृत /sanskrit
- लेखक: कालिदास - Kalidas
- पृष्ठ : 111
- साइज: 4 MB
- वर्ष: 1924
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दो शब्द :
यह पाठ महाकवि कालिदास द्वारा रचित नाटक "मालविकाभिमित्र" का एक विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है। इसमें नाटक की संरचना, पात्रों के संवाद, और नाटक के विभिन्न विवरण शामिल हैं। कालिदास ने इस नाटक में प्रेम, सामाजिक संबंधों और मानवीय भावनाओं को बहुत ही खूबसूरती से उकेरा है। यह नाटक "मालविकाभिमित्र" की कहानी एक राजकुमारी मालविका और उसके प्रेमी का वर्णन करती है। इसमें राजसी जीवन, प्रेम की कठिनाइयाँ, और समाज के भीतर के जटिल रिश्तों की झलक मिलती है। नाटक में संवादों के माध्यम से पात्रों के मनोभाव, उनके अंतर्द्वंद्व, और प्रेम की जटिलताएँ स्पष्ट होती हैं। पाठ में नाटक के विभिन्न हिस्सों का वर्णन है, जिसमें संगीत, नृत्य, और संवादों का समावेश है। यह नाटक केवल मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि यह दर्शकों को प्रेम, त्याग, और समाज के मूल्यों की भी शिक्षा देता है। संक्षेप में, यह पाठ "मालविकाभिमित्र" नाटक की रचना, संरचना, और इसके संदेश को एकत्रित करता है, जो कि कालिदास की काव्यात्मक प्रतिभा का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
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