व्यावहारिक वेदांत | Vyavaharik Vedant

- श्रेणी: Vedanta and Spirituality | वेदांत और आध्यात्मिकता
- लेखक: अज्ञात - Unknown
- पृष्ठ : 598
- साइज: 16 MB
- वर्ष: 1940
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दो शब्द :
इस पाठ में व्यावहारिक वेदान्त के नियमों और उसके महत्व पर चर्चा की गई है। इसमें बताया गया है कि व्यावहारिक वेदान्त का उद्देश्य धार्मिक, सामाजिक और राष्ट्रीय मुद्दों पर प्रकाश डालना है। यह मानवता को प्रेम और एकता के मूल्य सिखाने की कोशिश करता है। पाठ में यह भी उल्लेख किया गया है कि युग परिवर्तन हो रहा है और इसके लिए एक सशक्त विचारधारा की आवश्यकता है। लेख में स्वामी विवेकानंद के विचारों का संदर्भ देते हुए यह बताया गया है कि भारत को अपने अंदर की शक्ति को पहचानने और उसे जागृत करने की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त, विभिन्न पुस्तकों और लेखों का उल्लेख किया गया है जो व्यावहारिक वेदान्त के सिद्धांतों को फैलाने में सहायक हो सकते हैं। पाठ में यह भी बताया गया है कि वर्तमान में दुनिया में चल रहे संघर्ष और विभाजन के बीच, वेदान्त की शिक्षाएं एकता और शांति की ओर ले जा सकती हैं। अंत में, पाठ का उद्देश्य पाठकों को वेदान्त के सिद्धांतों के प्रति जागरूक करना और उन्हें अपने जीवन में उतारने की प्रेरणा देना है।
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