नए नियम के लिए यवन भाषा का कोष हिन्दी में | Naye Niyam ke liye Yavan Bhasha ka Kosh

By: पादरी हुपर साहिब- Padari Hupar Sahib बाबू कत्वारु लाल - Babu Katvaru Laal


दो शब्द :

यह पाठ Google द्वारा डिजिटलीकरण की गई एक पुस्तक के बारे में है, जिसे पीढ़ियों से पुस्तकालयों में सुरक्षित रखा गया था। यह पुस्तक अब सार्वजनिक डोमेन में है, जिसका अर्थ है कि इसका कॉपीराइट समाप्त हो चुका है और इसे किसी भी व्यक्ति द्वारा उपयोग किया जा सकता है। सार्वजनिक डोमेन की पुस्तकें इतिहास, संस्कृति और ज्ञान का एक बड़ा भंडार प्रस्तुत करती हैं, जो अक्सर खोजने में कठिन होती हैं। Google पुस्तकालयों के साथ मिलकर सार्वजनिक डोमेन सामग्री को डिजिटाइज़ कर रही है ताकि इसे व्यापक रूप से पहुँचाया जा सके। यह पुस्तकें जनता की संपत्ति हैं और Google केवल इनकी देखभाल कर रहा है। हालाँकि, इस कार्य में लागत आती है, इसलिए Google ने इस संसाधन का दुरुपयोग रोकने के लिए कुछ तकनीकी प्रतिबंध लगाए हैं। उपयोगकर्ताओं से अनुरोध किया गया है कि वे इन फ़ाइलों का गैर-व्यावसायिक उपयोग करें, स्वचालित क्वेरी भेजने से बचें, और उचित श्रेय बनाए रखें। Google का लक्ष्य दुनिया की जानकारी को व्यवस्थित करना और इसे सार्वभौमिक रूप से उपलब्ध कराना है। Google पुस्तक खोज पाठकों को दुनिया की पुस्तकों का पता लगाने में मदद करती है, जबकि लेखकों और प्रकाशकों को नए दर्शकों तक पहुँचने में सहायता करती है। पाठक इस पुस्तक के पूर्ण पाठ को Google पुस्तक खोज के माध्यम से ऑनलाइन खोज सकते हैं।


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